श्रीपरशुरामप्रार्थना
जमदग्निप्रियं पुत्रं जगद्रक्षणकारणम् ।
महाविष्णुस्वरूपं तं नमामि भार्गवं प्रभुम् ॥
जय जय श्रीराधे
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