श्रीलक्ष्मीनृसिंहप्रार्थना
भक्ताभयप्रदातारं सर्वमङ्गलविग्रहम् ।
प्रह्लादवरदं देवं नृसिंहं तं नमाम्यहम् ॥
जय जय श्रीराधे
Saturday, May 14, 2022
Subscribe to:
Posts (Atom)
ONLINE REPOSITORY OF VEDIC MANAGEMENT, VEDIC SCIENCE AND VEDIC CULTURE copyright © 2008-2024. Dr.S.Kannan जय जय श्रीराधे