त्रिदेवीप्रार्थना
लक्ष्मीसरस्वतीदुर्गा सर्वत्र पातु मां सदा ।
त्रिदेवीरूपिणी पाहि कृपां करोतु सर्वदा॥
जय जय श्रीराधे
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